फिजाँ का रंग गहरा हो गया है

 

फ़िजाँ का रंग गहरा हो गया है

तेरी यादों का पहरा हो गया है

 

हवाएँ खिलखिला कर बह रही हैं

ये मौसम भी सुनहरा हो गया है

 

मैं तुझको बादलों में ढूँढता हूँ

ये चाँद अब तेरा चेहरा हो गया है

 

ये दुनिया मुझको जादू लग रही है

मैं तेरा और तूँ मेरा हो गया है

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2 Comments

  1. बहुत अच्छा है सर

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  2. वाह-वाह 👏👏बहुत सुन्दर

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