गुनगुना अहसास देने वाली
मैंने सड़क पर खड़ी गाड़ियों की लम्बी कतारों से गुजरते हुए
उनके शीशे में अपना चेहरा देखा
बिखरे हुए बालों के साथ सुबह की गुनगुनी धूप में
मैं बहुत सुन्दर दीखता हूँ
मैंने एक रिक्शे वाले को सवारी उपलब्ध कराई
एक आदमी को फोटोकापी की दुकान बताई
चाय पीते हुए एक आदमी की सिगरेट जलाई
एक लड़की को स्वस्थ रहने की सलाह दी
अरसे से मेरे पास रखी लाइब्रेरी की दो किताबें लौटाई
ताकि कोई उन्हें पढ़ सके
बेहद खुबसूरत और खुश एक नन्ही बच्ची को
पिता का हाथ पकड़ कर
सड़क पर चहलकदमियाँ करते देखा
आज मुझे पता चला कि
रेहड़ी लगा कर अपने दो बच्चों का पेट पालने वाली
बहुत ही व्यस्त और पसीने से हमेशा तरबतर
वह साँवली औरत वाकई बहुत खूबसूरत है
मुझे आज पता चला कि मैं दुनियाँ में
हमेशा के लिए रहने नहीं आया हूँ
मैं खुश हूँ कि मैंने आज का दिन जी लिया।
3 Comments
शानदार कविता
ReplyDeleteआज मुझे पता चला कि
ReplyDeleteरेहड़ी लगा कर अपने दो बच्चों का पेट पालने वाली
बहुत ही व्यस्त और पसीने से हमेशा तरबतर
वह साँवली औरत वाकई बहुत खूबसूरत है !
❤लाजबाव भईया वाह ..!❤👌
शुक्रिया अनीश महोदय
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